एडेड शुगर का सेहत पर बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ता है, इसके बावजूद इसकी कुछ तय मात्रा लेने की सलाह दी जाती है। इसमें सबसे बड़ी दिक्कत है कि एडेड शुगर सिर्फ वो नहीं, जिसे हम अपने खाने में खुद डालते हैं, बल्कि यह लगभग हर फूड में होता है।
आखिर यह एडेड शुगर क्या होती है और किन तरीकों से इसे डाइट से कम किया जा सकता है, आइए जानते हैं।
क्या होती है एडेड शुगर? फल और सब्जियों में नेचुरली शुगर होती है, लेकिन यह एडेड शुगर की कैटेगरी में नहीं आता। फूड आइटम और बेवरेजेस (सोडा, कुकीज, केक और पेस्ट्री) को तैयार करने के दौरान मिलाई जाने वाली शुगर ही एडेड शुगर होती है। इसलिए हम दिनभर में कितनी शुगर लेते हैं, सही-सही आंकड़ा निकाल पाना मुश्किल है, क्योंकि नेचुरल शुगर हम काउंट नहीं करते।
एडेड शुगर से क्या होती है परेशानी? बहुत ज्यादा मात्रा में एडेड शुगर लेने का मतलब है ज्यादा कैलोरी, जिसमें कोई भी जरूरी पोषक तत्व नहीं होता। अधिक मात्रा में कैलोरी लेने से वजन बढ़ने, मोटापा, प्री-डायबिटीज, टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
इस तरह कम करें एडेड शुगर हेल्दी विकल्प ढूंढें सोडा और जूस की जगह लो फैट मिल्क या फिर बिना शक्कर वाली आइस टी ले सकते हैं। फ्लेवर्ड वॉटर जैसे पानी में नींबू के स्लाइस, खीरा या पुदीना मिला सकते हैं। केक या कुकीज की जगह मीठे में फल ले सकते हैं। आप इसे दही के साथ भी ले सकते हैं।
लेबल देखें पैकेटबंद चीज लेते समय उसके न्यूट्रिशन लेबल को देखना ना भूलें। उस पर एडेड शुगर की मात्रा जरूर देखें। ऐसे फूड आइटम लें जिसमें जीरो या फिर न के बराबर एडेड शुगर हो।
जब खाना हो कुछ मीठा कभी-कभार कुछ मीठा खा लेना ठीक है लेकिन मीठे की क्रेविंग को किसी खास मौके के लिए बचाकर रखें। जैसे वीकेंड पर ही आइसक्रीम खाने का प्लान बनाएं और पूरे हफ्ते हेल्दी डाइट लेते रहें। आप इसमें भी हेल्दी ऑप्शन चुन सकते हैं।
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