
रायपुर 03 अक्टूबर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और बस्तर सांसद दीपक बैज ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब भी अमित शाह बस्तर आते हैं, भाजपा सरकार “नक्सली आत्मसमर्पण” जैसा इवेंट प्रायोजित करती है।
श्री बैज ने कहा, “पिछली बार जब अमित शाह छत्तीसगढ़ आए थे, तब नक्सलियों की ओर से युद्धविराम की चिट्ठी सामने आई थी। अबकी बार भी उन्हीं के स्वागत में आत्मसमर्पण का ड्रामा रचा जा रहा है। ताकि अमित शाह ये कह सकें कि सरकार की नीति से नक्सली घबरा गए हैं।”
उन्होंने इसे एक “पूर्व नियोजित राजनीतिक रणनीति” करार दिया और कहा कि इसका उद्देश्य केवल जनता को भ्रमित करना है।
“भाजपा में गुटबाजी चरम पर, सरकार खतरे में”
कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना है कि विस्तार के बाद पार्टी में असंतोष और गुटबाजी बढ़ गई है।
“वरिष्ठ विधायकों की उपेक्षा से नाराजगी फैली हुई है। सरकार चारों ओर से विफल साबित हो रही है — कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है, भ्रष्टाचार चरम पर है और जनता का भरोसा उठता जा रहा है। सरकार की छवि बचाने ही अमित शाह को मैदान में उतारा गया है।”
“बस्तर दौरे के पीछे असल मकसद: खनिज दोहन की तैयारी”
दीपक बैज ने अमित शाह के बस्तर दौरे को लेकर सबसे गंभीर आरोप यह लगाया कि इस दौरे का असल मकसद नक्सलवाद का खात्मा नहीं, बल्कि चहेते उद्योगपतियों को बस्तर की खनिज संपदा सौंपने की तैयारी है।
“बस्तर में बहुमूल्य खनिज संपदा है — जल, जंगल और ज़मीन पर उद्योगपतियों की नजर है। अमित शाह उनके लिए रास्ता साफ करने आ रहे हैं, न कि आदिवासी हितों की रक्षा के लिए।”