धमतरी 07 मई।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज जिले के प्रवास के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित मुरूमसिल्ली एवं रविशंकर (गंगरेल) जलाशय का अवलोकन किया।
राज्यपाल ने इस दौरान गंगरेल जलाशय पर स्थित बरदिहा लेक व्यू में स्थित वुडन कॉटेज तथा वॉटर स्पोर्ट्स का भी आनंद लिया। तदुपरांत शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी के मंदिर में पूजा-अर्चना प्रदेश एवं प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए कामना की।
श्रीमती पटेल अपने प्रवास के दौरान सबसे पहले धमतरी विकासखण्ड के ग्राम गुजरा स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 पहुंचीं, जहां पर बच्चों से मुखातिब होकर उनसे कविता एवं गीत सुने तथा उन्हें चॉकलेट एवं फल वितरित किया। निरीक्षण के दौरान राज्यपाल श्रीमती पटेल ने बच्चों से बातचीत कर उनकी रूचि के बारे में भी जानकारी ली। राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भावात्मक मुद्रा के साथ बच्चों को गतिविधियां कराने तथा कमजोर बच्चों पर विशेष तौर पर ध्यान देने के लिए जोर दिया। इसी दौरान उन्होंने रसोई में गर्भवती महिलाओं के लिए पकाए जा रहे गर्म भोजन की गुणवत्ता तथा मीनू के बारे में महिलाओं से जानकारी ली।
राज्यपाल ने गुजरा में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर आपातकालीन कक्ष, प्रसव कक्ष, महिला एवं पुरूष वार्ड, बाह्य रोगी कक्ष, नवजात शिशु इकाई, जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण एवं अवलोकन कर वहां भर्ती किए गए मरीजों से चर्चा की।
इसके बाद राज्यपाल ने नगरी विकासखण्ड के मुरूमसिल्ली जलाशय का अवलोकन किया। भ्रमण के दौरान कार्यपालन अभियंता जल प्रबंध संभाग ने बताया कि वर्ष 1923 में सायफन पद्धति से निर्मित यह जलाशय एशिया का पहला बांध है, जहां जलभराव की क्षमता के उपरांत अतिरिक्त पानी की निकासी स्वतः होती है। उन्होंने इसके तकनीकी पहलुओं की भी जानकारी राज्यपाल को दी। तत्पश्चात् उन्होंने रविशंकर जलाशय (गंगरेल बांध) का अवलोकन करते हुए बरदिहा लेक व्यू में निर्मित वुडन कॉटेज का अवलोकन किया और मोटरबोट पर सवार होकर वॉटर स्पोर्ट्स का आनंद भी लिया।