
रायपुर, 24 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार, कवि एवं उपन्यासकार विनोद कुमार शुक्ल के निधन पर देश के प्रमुख राजनीतिक नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
ज्ञानपीठ सहित अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित श्री शुक्ल का 23 दिसम्बर की शाम रायपुर स्थित एम्स में निधन हो गया था। आज रायपुर में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – हिन्दी साहित्य जगत में हमेशा स्मरणीय रहेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक्स (ट्विटर) हैंडल पर जारी शोक संदेश में कहा,
“ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात लेखक विनोद कुमार शुक्ल जी के निधन से अत्यंत दुःख हुआ है। हिन्दी साहित्य जगत में अपने अमूल्य योगदान के लिए वे हमेशा स्मरणीय रहेंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”
उनकी रचनाएँ हिन्दी साहित्य की अनमोल धरोहर हैं – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्री शुक्ल के देहावसान को हिन्दी साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि विनोद कुमार शुक्ल की रचनाएँ मानवीय संवेदनाओं और जीवन-दर्शन की सजीव अभिव्यक्ति हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नौकर की कमीज़’ और ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ जैसी कालजयी कृतियों के माध्यम से उन्होंने आम जनजीवन की भावनाओं को अत्यंत संवेदनशीलता से प्रस्तुत किया। उनकी मौलिक भाषा-शैली और मानवीय मूल्यों पर आधारित दृष्टि सदैव पाठकों को प्रेरित करती रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
मानवीय करुणा की भाषा रचने वाले साहित्यकार थे विनोद कुमार शुक्ल – मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने एक्स हैंडल पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि विनोद कुमार शुक्ल मानवीय करुणा की भाषा रचने वाले कवि और लेखक थे।
उन्होंने कहा कि ‘नौकर की कमीज़’, ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ और ‘लगभग जय हिंद’ जैसी कृतियाँ उन्हें साहित्य जगत में सदैव अमर बनाए रखेंगी। श्री खड़गे ने उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
भारतीय ज्ञानपीठ ने दी श्रद्धांजलि
भारतीय ज्ञानपीठ के महाप्रबंधक आर. एन. तिवारी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री विनोद कुमार शुक्ल के निधन की खबर से वे स्तब्ध हैं। उन्होंने बताया कि पिछले महीने ही रायपुर जाकर उनके निवास पर उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
भारतीय ज्ञानपीठ परिवार की ओर से उन्होंने दिवंगत साहित्यकार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India