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डबल इंजन सरकार से नक्सल क्षेत्रों में विकास की रफ्तार तेज़ : साय

राजनांदगांव, 26 दिसंबर।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि डबल इंजन सरकार के चलते छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज़ी मिली है और नक्सलवाद अब अंतिम दौर में है।

    श्री साय ने जिले के गोड़लवाही में अखिल भारतीय हल्बा-हल्बी महासभा द्वारा आयोजित भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए।मुख्यमंत्री ने शहीद शिरोमणि गैंदसिंह नायक की प्रतिमा का अनावरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और सांसद श्री संतोष पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 1.21 करोड़ रुपये की लागत से बने हायर सेकेंडरी स्कूल भवन तथा 1.52 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 50 सीटर प्री-मैट्रिक छात्रावास का लोकार्पण किया। साथ ही सड़क चौड़ीकरण, नवीन महाविद्यालय स्थापना, बाउंड्रीवाल और अटल समरसता भवन निर्माण की घोषणा की। हितग्राहियों को स्वामित्व योजना के अधिकार पत्र और महिलाओं को उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन वितरित किए गए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जा रही है और मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे के लक्ष्य की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि नियद नेल्ला नार योजना के तहत 400 से अधिक गांवों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है।

उन्होंने जनजातीय समाज के योगदान को स्मरण करते हुए रायपुर में स्थापित जनजातीय डिजिटल संग्रहालय का अवलोकन करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि महतारी वंदन योजना से 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह सहायता दी जा रही है, तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ाकर 5500 रुपये की गई है और श्रीरामलला दर्शन योजना से हजारों बुजुर्ग लाभान्वित हुए हैं।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि परलकोट से अंग्रेजों के खिलाफ शोषण के विरूद्ध आजादी की मशाल जलाई एवं युद्ध का बिगुल फूंका। शहीद गैंदसिंह की सोच के अनुरूप शोषण मुक्त, स्वाभिमानी एवं आत्मनिर्भर जनजातीय समाज की स्थापना हो रही है। सांसद संतोष पाण्डेय ने भी जनजातीय समाज के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और शहीदों के बलिदान को याद किया।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा, डॉ. देवेंद्र माहला सहित अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक बंधु और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।