नई दिल्ली 09 जुलाई।संसद के दोनों सदनों में आज कर्नाटक की स्थिति को लेकर शोरशराबा हुआ।
राज्यसभा की कार्यवाही कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे के कारण दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई है। इससे पहले 12 बजे तक और फिर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। 12 बजे सदन के फिर शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजे की।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य भी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में विनिवेश का मामला उठाते हुए सदन के बीचोबीच आ गए। उपसभापति हरिवंश ने उत्तेजित सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया और बाद में सदन को दो बजे तक और फिर दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कर्नाटक का मामला उठाना चाहा लेकिन अध्यक्ष ओम बिरला ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन के बीचोबीच आ गए।डीएमके, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों के सदस्य भी सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए।श्री चौधरी ने कर्नाटक में कांग्रेस–जनता दल सेक्यूलर सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर जोड़-तोड़ की राजनीति का आरोप लगाया।इसके जवाब में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक की वर्तमान राजनीतिक उथल-पुथल से केन्द्र का कोई लेना देना नहीं है।