बेंगलुरू 29 जुलाई।कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येडियुरप्पा ने विधानसभा में बहुमत सिद्ध कर लिया है।
विधानसभा अध्यक्ष के0 आर0 रमेश कुमार ने मुख्यमंत्री येडियुरप्पा का विश्वासमत प्रस्ताव सदन में ध्वनिमत से पारित होने की घोषणा की। इसके बाद सदन ने विनियोग विधेयक और तीन महीने के लिए पूरक अनुदान मांगें पारित कर दीं।
विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने बाद में अपना इस्तीफा उपाध्यक्ष कृष्णा रेड्डी को सौंप दिया।रमेश कुमार ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने 14 महीने के कार्यकाल के दौरान उन्होंने संविधान और अपने विवेक के अनुसार काम किया तथा सदन की गरिमा बनाये रखने का हरसंभव प्रयास किया।
इससे पहले विश्वासमत प्रस्ताव का विरोध करते हुए कांग्रेस विधायक दल नेता सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि येडियुरप्पा ने हमेशा पूर्ण बहुमत के बिना सरकार बनाई है।उन्होंने विश्वासमत प्रस्ताव को अनैतिक बताया।सिद्धरमैया ने सरकार से जनहित में काम करने की अपील की।
पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल सेक्युलर के नेता एच डी कुमारस्वामी ने येडियुरप्पा के इस आरोप पर कड़ी आपत्ति की कि पिछली सरकार के दौरान प्रशासन चरमरा गया था।उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पूरी निष्ठा से लोगों की सेवा की है।वहीं मुख्यमंत्री येडियुरप्पा ने विपक्ष से सहयोग की अपील की और कहा कि वे लोकप्रिय सरकार चलाने का प्रयास करेंगे।