 फैट को लेकर लोगो में काफी जागरूकता जहां तेजी से बढ़ी है,वहीं इसके साथ ही तमाम भ्रातियां भी फैली है।ऐसी ही भ्रांति देशी घी के इस्तेमाल को लेकर भी है।
फैट को लेकर लोगो में काफी जागरूकता जहां तेजी से बढ़ी है,वहीं इसके साथ ही तमाम भ्रातियां भी फैली है।ऐसी ही भ्रांति देशी घी के इस्तेमाल को लेकर भी है।
नॉर्वे की बरजेन यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में यह बात पता चली है कि दुग्ध उत्पादों और कुछ तरह के मांसाहार में पाया जाने वाले सैचुरेटेड फैट शरीर के लिए फायदेमंद है इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।इस शोध में यह भी पता चला हैं कि कुदरती स्रोतों से प्राप्त वस्तुओं को प्रक्रियागत तरीके से खाने के बाद उनकी गुणवत्ता में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि होती है।
इस शोध में 38 लोगों के खाद्य पदार्थों के ऊपर किए गए अध्ययन से पता चला है कि सैचुरेटेड फैट का इस्तेमाल करने वाले लोग अन्य लोगों से ज्यादा स्वस्थ पाए गए। इन लोगों के पाचन तंत्र से लेकर शरीर के अन्य प्रमुख अंगों का इस दौर में अध्ययन किया गया। पाया गया कि हार्ट, किडनी और लिवर समेत सभी अंगों की कार्य प्रणाली बेहतर रही है।
प्रो.ओटर नीगार्ड के अनुसार सैचुरेटेड फैट की ज्यादा मात्रा से भी हृदय रोग का खतरा पैदा नहीं हुआ।साथ ही शरीर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ी हुई पाई गई।वहीं, अभी तक यह माना जाता था कि सैचुरेटेड फैट से रक्त में एलडीएल कोलेस्टेरॉल की मात्रा बढ़ाकर हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
सम्प्रति – यह आलेख केवल मेडिकल जागरूकता के लिए है।बेहतर होगा कि आप चिकित्सक से परामर्श से ही कोई निर्णय ले।
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