जगदलपुर 17 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस सिंहदेव ने विभागीय अधिकारियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करते हुए सभी कार्यों को समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने का निर्देश दिया है।
श्री सिंहदेव ने आज यहां पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा बैठक में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ड्रीम-प्रोजेक्ट है। यह योजना वास्तव में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार है।यदि इस योजना को पूरी लगन और ईमानदारी से लागू किया जाता है, तो यह पूरे देश के लिए आदर्श उदाहरण हो सकता है। उन्होंने बस्तर जिले में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी पर किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने गौठानों में पशुओं के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होने कहा कि नैपियर घास को तैयार होने में लगभग तीन महीने का समय लगता है।इसलिए जब तक यह घास तैयार नहीं होती, तब तक वैकल्पिक चारे की व्यवस्था हर गौठान में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में चरवाहे की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। चरवाहों को मानदेय के साथ गौठानों की अन्य आर्थिक गतिविधियों से भी जोड़ा जाए।
श्री सिंहदेव ने बैठक में कहा कि सभी पात्र परिवारों को वनाधिकार मान्यता पत्र मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि वनाधिकार मान्यता पत्र प्राप्त परिवारों को मनरेगा से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराया जाए।उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिए।