रायपुर, 25 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि स्कूलों में शिक्षा की ऐसी गुणवत्ता हो जिससे निजी स्कूलों के छात्र भी शासकीय स्कूलों में पढ़ने आएं।
श्री टेकाम ने आज यहां आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे।उन्होंने स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पौष्टिक मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ चिरायु योजना के माध्यम से बच्चों में यदि स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, तो उसके इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए।
उन्होंने नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी योजना के तहत स्कूल परिसरों में बाड़ी विकास का काम प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में कृषि कार्यो के प्रति रूचि बढ़ेगी और मध्यान्ह भोजन के लिए सब्जियां भी उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जो डाटा तैयार किया गया है। उस आधार पर कमियों को दूर कर आवश्यकता को पूरा किया जाएगा।
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के स्कूलों में भी शहर के स्कूलों की भांति गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।स्कूलों में पूरे देश के मानक स्टैण्डर्ड के अनुसार परीक्षाएं होनी चाहिए। आंकलन परीक्षा के परिणामों के आधार पर बच्चों के पढ़ाई के स्तर में सुधार के गंभीरतापूर्वक प्रयास किए जाएं।
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