पणजी 21 नवम्बर।गोवा में भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव- इफ्फी में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित स्टार अमिताभ बच्चन की फिल्में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं। उनकी हिट फिल्में आज महोत्सव में दिखाई जा रही हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे और अनेक गण्यमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान उपस्थित थे।इफ्फी के इस 50वें संस्करण में अमिताभ की छह फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
गोवा में कला अकादमी में उद्घाटन समारोह में अमिताभ ने सिनेमा की समावेशी भूमिका के बारे में बात की।उन्होने कहा कि वह गोवा में वापस आने के लिए बड़े ही उत्साहित थे। उनकी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी की शूटिंग 1969 में गोवा में हुई थी। अपनी भूमिकाओं की विविधताओं के लिए प्रसिद्ध उन्होने गायन, नृत्य और कॉमेडी में अपनी प्रतिभा दिखाई है। 1975 में ब्लॉकबास्टर शोले में आने वाले दशकों के लिए भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार के रूप में अपनी गणना में जोड़ा।
उनकी बहुचचित और प्रसिद्ध फिल्में जैसे की दीवार और जंजीर ने बॉलीवुड को अपना एंग्री यंग मैन दिया। हाल ही में बदला, पीकू, पिंक और ब्लैक जैसी फिल्मों से यह दिखाया गया कि अमिताभ अब भी लोगों के दिलों में राज करते हैं। उनके बेटे के साथ अभिनय की हुई उनकी फिल्म का इस बार इफ्फी की दादा साहेब फाल्के रेट्रोस्पेक्टिव में शुरूआती फिल्म है। 1969 में पहली बार शुरू हुआ दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारत में सिनेमा जगत में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। और भारतीय सिनेमा के शंहशाह इसके सबसे योग्यकर्ता में से एक हैं।