रायपुर, 02 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज भाजपा सदस्यों ने प्रदेश के बहुचर्चित सरकेगुड़ा मामले की न्यायिक जांच रिपोर्ट लीक होने का मामला जोरशोर से उठाया।
शून्यकाल में आज भाजपा सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विधानसभा का सत्र चल रहा है। इसके बावजूद सरकेगुड़ा जैसे बहुत गंभीर मामला जिसकी न्यायिक जांच चल रही थी कि रिपोर्ट सरकार के पास आने के बाद इसकी रिपोर्ट सदन में पेश करने से पहले अखबारों की सुर्खियां बन जाती है।डा.सिंह ने इसे सदन का अपमान बताते हुए इस संबंध में विशेषाधिकार हनन की सूचना सभापति सत्यनारायण शर्मा को देते हुए इस मामले में चर्चा कराए जाने की मांग की।
भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने भी इस मामले में कहा कि सरकेगुड़ा न्यायिक रिपोर्ट को लीक कराने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव जिम्मेदार है। उन्होंने भी विशेषाधिकार हनन की सूचना देते हुए इस मामले में चर्चा कराए जाने की मांग की।
भाजपा विधायक व नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल के अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के विधायक धर्मजीत सिंह ने भी इस मामले को उठाते हुए इस पर चर्चा कराए जाने की मांग आसंदी से की।
भाजपा विधायकों की बार-बार आग्रह करने के बाद भी सभापति द्वारा अनुमति नहीं मिलने के बाद भाजपा सदस्यों ने सदन में नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही पुन: शुरू हुई, जिसके बाद आगे की कार्यवाही चली।