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सरकार और प्रशासन के नित-नए नियमों और मौखिक दबाव से किसान परेशान- पूनम

रायपुर 15 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने आरोप लगाया हैं कि सरकार और प्रशासन के नित-नए नियमों और मौखिक दबाव से किसान परेशान हैं।

श्री चंद्राकर ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को रोज-रोज नए नियम बनाकर हलाकान कर रखा है। बेमेतरा कलेक्टर के ताजातरीन आदेश का हवाला देते हुए श्री चंद्राकर ने कहा कि अब किसानों से उत्पादन प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है और उसके बाद ही उन्हें टोकन दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में किसानों को एक बार फिर पटवारियों के चक्कर काटने पड़ेंगे। एक बार पंजीयन होने के बाद यह एक और पंजीयन जैसा है जो न केवल गैर-जरूरी है, अपितु भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला भी है। राजस्व अमले पर किसानों का रकबा कम करने और खाने व बीज के लिए धान घटाने के बाद प्रति एकड़ 10 क्विंटल धान खरीदी का दबाव बनाए जाने की जानकारी मिली है।

श्री चंद्राकर ने उत्पादन प्रमाण पत्र जैसे तुगलकी फरमान को प्रदेश सरकार का ‘काला आदेश’ बताते हुए कहा कि सरकार और नौकरशाही के नित-नए नियमों ने समितियों  के अध्यक्ष प्रबंधक, कम्प्यूटर ऑपरेटर्स व अन्य छोटे कर्मचारियों सहित पटवारियों को भी भयाक्रांत कर रखा है।श्री चंद्राकर ने कहा कि भाजपा ने इस काला आदेश की मुखालफत कर इस फरमान की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया है। पार्टी किसानों के हक की सीधी सड़क की लड़ाई भी ज़ोरदार तरह से लड़ रही है, और आगे भी लड़ने को तैयार है।