मुबंई 30 दिसम्बर।भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) ने कंपनियों की साख का आकलन करने वाली संस्थाओं यानी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की आलोचना की है।
आरबीआई ने अपनी 25वीं वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में कहा कि ये एजेंसियां कम साख वाली कंपनियों के बारे में भी बड़े-बड़े दावे करती हैं।बैंक ने चेतावनी दी है कि रेटिंग एजेंसी के अनुमानों के आधार पर लम्बी अवधी के ऋण नहीं दिये जा सकते।
प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(सेबी) ने पिछले शुक्रवार को इक्रा, केयर और इंडिया रेटिंग पर निवेशकों के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वाह में लापरवाही बरतने का दोषी ठहराते हुए 25-25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।