नई दिल्ली 07 जनवरी।दिल्ली की एक अदालत ने आज 2012 में हुए निर्भया दुष्कर्म और हत्या मामले में दोषी चार लोगों को 22 जनवरी को फांसी दिए जाने का आदेश दिया है। इन्हें तिहाड़ जेल में सुबह सात बजे फांसी दी जाएगी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता का डेथ वॉरंट जारी करते हुए इसकी घोषणा की।दोषियों ने 23 वर्ष की पेरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ 16 दिसम्बर 2012 की रात को दक्षिण दिल्ली में चलती बस में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया था। पीडि़ता ने जि़दगी की जंग लड़ते हुए 29 दिसम्बर को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
इस जघन्य अपराध की देश और दुनियाभर में व्यापक निंदा हुई थी। घटना के छह दोषियों में से एक ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। एक अन्य दोषी नाबालिग था, जिसे तीन वर्ष तक सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया। बाकी अभियुक्तों का फास्टट्रैक न्यायालय में मुकदमा चला, जिसमें न्यायालय ने उनको दोषी पाया और उनको मौत की सज़ा दी। 2017 में सर्वोच्च न्यायालय ने भी दिल्ली उच्च न्यायालय और सत्र न्यायालय द्वारा दी गई सज़ा को बरकरार रखा।