नई दिल्ली 23 जनवरी।भारत ने फिर कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं हो सकती।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मुद्दे पर अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप की मदद करने की टिप्पणी पर आज कहा कि भारत का शुरू से ही यह मानना रहा है कि इस मुद्दे पर शिमला समझौते और लाहौर घोषणा के तहत सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत के लिए माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
अमरीका के राष्ट्रपति ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक के अवसर पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की फिर पेशकश की थी।
श्री कुमार ने दावोस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भारत-पाकिस्तान संबंधों पर टिप्पणी पर कहा कि यह टिप्पणी तथ्यात्मक रूप से गलत और विरोधाभासी है।टिप्पणियों में कोई नई बात नहीं है। उनकी जो विषयवस्तु है, जो लहजा है उसे लहजे से हम वाकिफ हैं, काफी महीनों से वो ऐसी ही बोल रहे हैं। उनका जो स्टेटमेंट है कन्ट्राडिक्टिड तो है और फेक्चूली भी काफी इंकरेक्ट है। लेकिन उससे ज्यादा यह है कि यह उस चीज को दर्शाता है कि कैसे वो हताश हो रहे हैं।
श्री कुमार ने कहा कि पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि विश्व समुदाय आतंकवाद के मामले पर उसके दोहरे चरित्र को समझ चुका है।एक ओर वह अपने को आतंकवाद से पीडि़त बताता है, वहीं दूसरी ओर आतंकवादी गुटों को समर्थन देता है।