नई दिल्ली 07 सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है नई शिक्षा नीति देश के युवाओं को रोजगार और नौकरियों के क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगी।
श्री मोदी ने आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राज्यपालों के सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि यह सभी पुरानी शिक्षा नीतियों का बेहतर विकल्प होगी। श्री मोदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के बारे में देशभर से मिले लाखों लोगों के सुझावों को इस नीति में समाहित किया गया है।
उन्होने कहा कि शिक्षा नीति का जो ड्राफ्ट तैयार हुआ था,उसके अलग-अलग प्वाइंट्स पर भी दो लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिये थे।नेशनल एजुकेशन पॉलिसी सिर्फ पढ़ाई, लिखाई के तौर-तरीकों में ही बदलाव लाने के लिए नहीं है।ये पॉलिसी 21वीं सदी के भारत के सामाजिक और आर्थिक जीवन को नई दिशा देने वाली है। ये पॉलिसी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प और सामर्थ्य को आकार देने वाली है।
श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि नई नीति कंठस्थ करने के बजाए सीखने पर जोर देती है और वह छात्रों की विवेचनात्मक क्षमता को बढ़ाएगी।