रायपुर 10 सितम्बर।छत्तीसगढ़ सरकार ने ज्यादा जोखिम वाले व्यक्तियों में लक्षण दिखाई देने के बाद भी एंटीजन जांच की रिपोर्ट निगेटिव आने पर आरटीपीसीआर या ट्रू-नाट विधि से जांच के निर्देश दिए है।
स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले ने स्टेट कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की तकनीकी समिति की अनुशंसा पर सभी संभागों के आयुक्तों और जिला कलेक्टरों को आज परिपत्र जारी कर कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमित व्यक्ति के प्राइमरी कांटैक्ट में आए ऐसे लोग जिनमें संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं, उनकी जांच की जाएगी। उच्च जोखिम वर्ग में आने वाले बिना लक्षण के प्राइमरी कांटैक्ट जैसे 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, इम्युनो- काम्प्रोमाइज्ड एवं को-मोरबीडीटीज ग्रस्त, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, किडनी रोग, सिकलसेल रोग इत्यादि से प्रभावित व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं की भी जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने बुखार, सर्दी, खांसी या सांस में तकलीफ श्वसन संबंधी गंभीर बीमारी से पीड़ितों और निमोनिया के भर्ती मरीजों के जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही कोविड-19 के लक्षणों जैसे मुंह में स्वाद न आना, सुगंध न आना, उल्टी या पतले दस्त होना एवं मांसपेशियों में दर्द से पीड़ितों की भी जांच सुनिश्चित करने को कहा है।
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