रायपुर 10 नवम्बर।छत्तीसगढ़ की मरवाही विधानसभा सीट पर सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा को शिकस्त देकर आज कब्जा कर लिया।इसके साथ ही राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस की सीटे बढ़कर 70 हो गई है।
मरवाही विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में कुल आठ प्रत्याशी मैदान में थे,पर मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं भाजपा के बीच था।कांग्रेस के डा.के.के.ध्रुव ने भाजपा के डा.गंभीर सिंह को 38197 मतो से शिकस्त देकर सीट पर कब्जा कर लिया।कांग्रेस के डा.ध्रुव को कुल 83561 मत मिले जबकि भाजपा के डा.गंभीर सिंह 45364 मत ही हासिल कर सके।
इस सीट पर उप चुनाव जनता कांग्रेस सुप्रीमों पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के कारण उप चुनाव हुआ था।जनता कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र आदिवासी प्रमाण पत्र निलम्बित कर दिए जाने के कारण रद्द हो गए थे,जिसके बाद कांग्रेस एवं भाजपा में सीधा मुकाबला हो गया था।मतदान के तीन दिन पूर्व जनता कांग्रेस ने भाजपा को समर्थन भी दे दिया था,लेकिन इसके बावजूद भाजपा कोई गंभीर चुनौती नही पेश कर सकी।
विधानसभा में 69 सीटे पहले से होने के बावजूद कांग्रेस ने इस सीट पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत झोंकी.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां स्वयं तीन दिन वहां रूककर प्रचार की कमान संभाली,वहीं राज्य के कई मंत्री एवं 50 से अधिक विधायकों एवं निगम मंडल अध्यक्षों ने डेरा डाल रखा था।पार्टी ने श्री जोगी के निधन के कुछ दिन बाद ही उप चुनाव के मद्देनजर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को क्षेत्र तैयारियां शुरू कर दी थी।
पिछले आम चुनाव में दूसरे नम्बर पर रही भाजपा ने भी चुनाव में पूरी ताकत झोंकी।पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने जहां चुनावी सभाएं की वहीं अन्य भाजपा नेताओं ने ताकत लगाई।जनता कांग्रेस के समर्थन के बाद पार्टी और उत्साहित होकर जुटी,पर उसे निराशा ही मिली।
विधानसभा के आम चुनावों के बाद पहला उप चुनाव दंतेवाड़ा में भाजपा विधायक की नक्सलियं की हत्या के बाद हुआ था जिसमें कांग्रेस ने भाजपा से यह सीट छीन ली थी।दूसरा उप मरवाही में आज सम्पन्न हुआ जिसमें उसने इस सीट पर कब्जा कर जनता कांग्रेस से सीट छीन ली।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अगले महीने अपने कार्यकाल का दो वर्ष पूरा करेंगे।यह जीत उन्हे एक तोहफे जैसा है।