नई दिल्ली 15 जनवरी।सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने राष्ट्र को भरोसा दिलाया कि गलवान में भारत के वीर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा।
जनरल नरवणे ने आज यहां आयोजित सेना दिवस समारोह के अवसर पर कहा कि उत्तरी सीमाओं पर यथास्थिति को बदलने वाले षडयंत्रकारियों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। उन्होने कहा कि देश के सेनाओं पर एकतरफा बदलाव की साजिश को मुंहतोड़ जवाब दिया गया। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहूंगा कि गलवान के वीरों की सहादत व्यर्थ नहीं जायेगी। भारतीय सेना देश की संप्रभुता और सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आने देगी।
उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले वर्ष 600 से ज्यादा आतंकवादियों ने समर्पण किया है और 200 से ज्यादा आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर दृष्टिकोण के तहत सेना ने उद्योंगों और सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों के साथ मिलकर 29 साजो-सामनों को डिजाइन और विकास के लिए चिन्हित किया है। उन्होंने कहा कि सेना आधुनिकीकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि ड्रोन, अचूक निशाने वाले शस्त्रों और क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए देश की आई.आई.टी और अन्य प्रौद्योगिकी संस्थानों के साथ करार किया गया है।
जनरल नरवणे ने कहा कि 21वीं सदी के चुनौतियों का सामना करना और युद्ध क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से सेना आधुनिकीकरण और पुनर्गठन की दिशा में लगातार ठोस कदम उठा रही है।देश में कोविड-19 के खिलाफ सेना की भूमिका की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में 113 सैन्य अस्पतालों में कोविड के हजारों मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है।