रायपुर 24 जनवरी।छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता एवं कांग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने राज्य की भूपेश सरकार से लगभग आठ वर्ष पूर्व हुए बस्तर की झीरम घाटी में हुए देश के सबसे नक्सल हमले में शहीद एवं घायल पीडितों के परिवारों की सुध लेने और उनकी मदद की मांग की है।
श्री अग्रवाल ने आज यहां जारी बयान में कहा कि 2013 में झीरम घाटी में हुए दर्दनाक हादसे में शहीद हुए लोगों को आज तक इंसाफ़ नहीं मिला है। छत्तीसगढ़ की तत्कालीन भाजपा सरकार ने तो पांच साल तक इन लोगों की कोई सुध नहीं ली लेकिन पिछले दो सालों से छत्तीसगढ़ में काँग्रेस पार्टी की सरकार आने के बाद भी उन शहीदों को इंसाफ नहीं मिला। अब तक न तो हमले के दोषियों को सज़ा मिली है और न ही जिन सुरक्षाकर्मियों एवं काँग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी शहादत दी उनके परिवारों को इंसाफ मिला।
उन्होने कहा कि झीरम घाटी कांड में शहीद हुए बड़े नेता और नामचीन हस्तियों को तो सम्मान मिला है लेकिन जो काँग्रेसी कार्यकर्ता, वाहन चालक और सुरक्षाकर्मी उस घटना में शहीद हुए थे उन्हें आजतक न कोई सम्मान मिला है और न ही उनके परिवारजनों को कोई सरकारी सहायता मुहैया कराई गई है।
श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से घटना में जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों, वाहन चालकों और काँग्रेस पार्टी के जांबाज कार्यकर्ताओं के नाम पर सम्मान योजनाएं चलाने,उनके गृहनगर में प्रतिमाएँ लगाने और उनके परिवार को आर्थिक लाभ के साथ ही परिवार में से किसी एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की है।