नई दिल्ली 10 फरवरी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजी क्षेत्र की भूमिका को महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि दूरसंचार और फार्मा सहित हर जगह निजी क्षेत्र की भूमिका देखी जा सकती है।
श्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि निजी क्षेत्र की भूमिका के कारण भारत मानवता की सेवा करने में सक्षम है।उन्होंने कहा कि अगर निवेश और नई तकनीकों को नहीं अपनाया गया तो कृषि क्षेत्र मजबूत नहीं होगा।उन्होंने जोर दिया कि निजी क्षेत्र को बुरा कहने की संस्कृति अब स्वीकार्य नहीं है और ऐसा करना देश के युवाओं का अपमान करना होगा।
उन्होने कहा कि वे आश्चर्यचकित हैं कि लोग यह क्यों पूछ रहे हैं कि नए कृषि कानूनों की क्या आवश्यकता थी जबकि किसानों ने उनके लिए कभी कहा ही नहीं। उन्होंने कहा कि किसी ने दहेज और तीन तलाक पर कानून की मांग नहीं की,लेकिन कानून बनाए गए क्योंकि वे प्रगतिशील समाज के लिए आवश्यक थे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा के साथ-साथ केंद्र सरकार किसानों का सम्मान करती है और यही कारण है कि सरकार के वरिष्ठ मंत्री किसानों से लगातार बातचीत कर रहे हैं।उन्होने कहा कि संसद में कृषि से संबंधित कानून पारित किए जाने के बाद भी कोई भी मंडी बंद नहीं हुई है और न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बना हुआ है।
श्री मोदी ने आरोप लगाया कि एक सुनियोजित रणनीति के अनुसार जो लोग सदन को बाधित कर रहे हैं, उनका झूठ जल्द ही जनता के सामने आ जाएगा।उन्होंने किसानों से वार्ता के लिए आगे आने की अपील की ताकि समाधान निकाला जा सके।उन्होने कहा कि कोविड बाद की एक नई विश्व व्यवस्था को आकार दिया जा रहा है और यह भारत के लोगों को तय करना है कि वे इस नई व्यवस्था को बनाने का नेतृत्व करना चाहते हैं या नहीं।