नई दिल्ली 04 अप्रैल।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति और टीकाकरण कार्यक्रम की आज उच्च स्तरीय समीक्षा की। उन्होने सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा चिकित्सकों की केन्द्रीय टीम भेजने का निर्देश दिया।
श्री मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पांच स्तरीय रणनीति जांच, पहचान, उपचार, कोविड दिशा-निर्देश और टीकाकरण को गंभीरता और प्रतिबद्धता से लागू करना चाहिए। बैठक के दौरान उन्होंने जनता के बीच कोविड प्रबंधन और जागरूकता के संबंध में निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने कोविड प्रबंधन में जन भागीदारी और जन आंदोलन जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया।
इस समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कोविड की रोकथाम के उपायों का प्रभावी क्रियानवयन के अलावा, सक्रिय मामलों के पहचान के लिए सामुदायिक स्वयंसेवकों को शामिल करने के साथ-साथ कंटेनमेंट जोन के प्रबंधन पर भी जोर दिया। उन्होंने सभी राज्यों से कहा कि कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए कड़े और व्यापक कदम उठाए जाने की जरूरत है। इसके अलावा आने वाले दिनों में अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, जांच की उचित व्यवस्था और समय पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ-साथ कोविड व्यवहार को प्रभावी तरीके से लागू करने पर जोर दिया। कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने और इसके लिए आवश्यक स्वास्थ्य ढांचा बढ़ाने पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा चिकित्सकों की केन्द्रीय टीम भेजने का निर्देश दिया।बैठक के दौरान देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। इसमें कहा गया कि दस राज्यों की कुल संक्रमित मामलों में 91 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है। इन्हीं राज्यों में कोविड से सर्वाधिक मौत हुई है।बैठक में कहा गया कि महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में स्थिति चिंताजनक है।