रायपुर 13 अप्रैल।छत्तीसगढ़ भाजपा के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल अनुसुईया उइके को ज्ञापन देकर राज्य में कोरोना की भयावह स्थिति से निपट पाने में विफल रहने का आरोप लगाया है,और उनसे सरकार को इस बारे में दिशानिर्देश देने का अनुरोध किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में कोरोना की भयावह स्थिति है,और राज्य में भय का माहौल है। सरकार की ओर से कोई जानकारी न तो आम लोगो को और न ही विपक्ष को दी जा रही है।विपक्ष के सवालों का जवाब मीडिया के माध्यम से गोलमटोल दिया जा रहा है।
उऩ्होने कहा कि गरीब मरीज इलाज के अभाव में मर रहा है।मरीजो के लिए बेड उपलबध नही हो पा रही है।बेंच और कुर्सी पर बैठकर मरीज आक्सीजन लेने को मजबूर है।कोरोना के पहली लहर में पांच हजार अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है,इसमें कितनी उपलब्ध है,कोई बताने वाला नही है।दूसरी लहर तो और भयावह हैं पर इसमें कितने अतिरिक्त वेंटीलेटर,आक्सीजन युक्त अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हुई और कितने अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ़ की व्यवस्था हुई,इसकी भी जानकारी सरकार की ओर से नही मिल रही है।
डा.सिंह ने राज्य सरकार के निजी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों के खर्चा को स्वयं उसके वहन करने पर सवाल उठाते हुए मृत मरीजों की डेड बाडी स्टोरेज और परिवहन के लिए 2500 रूपए तक की राशि लेने की कड़ी निन्दा की। उन्होने कहा कि यह सरकार कितना असहाय है कि मरीजो को इलाज ही नही मुहैया करवा पा रही है बल्कि मौत पर पांच पांच दिन दाह संस्कार के लिए परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना के लिए सेस लगाकर 400 करोड़ रूपए वसूला है,अब तक कोरोना से निपटने एवं मेडिकल संसाधन बढ़ाने पर इसमें से कितनी राशि खर्च की गई,जिला खनिज निधि से कितनी राशि खर्च की गई,इसकी कोई जानकारी सार्वजनिक नही की जा रही है।उऩ्होने कहा कि पहले दौर में जितने मेडिकल स्टाफ़ रखे गए थे और हटा दिया गया था उऩ्हे दो दिन में रखा जाना चाहिए।