रायपुर 04जून।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) भारत सूचकांक 2020-21में छत्तीसगढ़ के प्रदर्शन को बेहद निराशाजनक करार देते हुए आरोप लगाया कि सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय मापदंडों में राज्य की स्थिति काफी पिछड़ी हुई हैं।
डा.सिंह ने आज यहां जारी बयान में रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देश में 15वें नंबर पर है।2018 में भी प्रदेश 15वें स्थान पर ही था, इससे साफ जाहिर है कि पिछले ढाई सालों में प्रदेश में विकास की गति पर ब्रेक लग गया है।इस दौरान किसी भी क्षेत्र में विकास के कोई भी कार्य नहीं किए गये हैं।
उन्होने कहा कि प्रदेश की विकास गति का रूक जाना गंभीर चिंता का विषय है। इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि एसडीजी के लक्ष्य एक यानी गरीबी खत्म करने के मामले में कांग्रेस सरकार फिसड्डी ही साबित हुई है।नीति आयोग के 2018 के आंकड़ों में प्रदेश को 50 अंक प्राप्त थे, जो 2019 औऱ 2020 मे 49 अंक हो गए। इसका मतलब यह हुआ कि पिछले ढाई वर्षों के भूपेश बघेल की सरकार में प्रदेश में गरीबी बढ़ी है।
डा.सिंह ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शून्य भूख के एसडीजी गोल के मामले में तो छत्तीसगढ़ की स्थिति बेहद दयनीय है।वर्ष 2018 की बात करें तो शून्य भूख लक्ष्य के मामले में प्रदेश को 46 अंक प्राप्त थे,जोकि 2019 में यह अंक घटकर 37 हो गए और अब वर्ष 2020 में यह अंक घटकर 27 हो गए हैं।यह दुखद स्थिति है कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के लोगों को भोजन तक उपलब्ध नहीं करा पा रही है।