नई दिल्ली 18 जुलाई।संसद का मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा है।इस सत्र के काफी हंगामेदार होने के आसार हैं।
इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए राजनीतिक दलों का सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्य से यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में हिस्सा लेने वालों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और डीएमके पार्टी के तिरूचि शिवा भी शामिल थे।
प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि संसद में सार्थक चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने जन प्रतिनिधियों के सुझाव को मूल्यवान बताते हुए भरोसा दिलाया कि इन पर अमल करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा के अनुरूप संसद में आम जनता से जुड़े मुद्दे सौहार्दपूर्ण तरीके से उठाए जाने चाहिएं और इस पर सरकार को जवाब देने का मौका दिया जाना चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि चर्चा के लिए सौहार्दपूर्ण माहौल बनाना सब की जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री ने संसद में सार्थक चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से सहयोग की अपील की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया की संसद का सत्र बिना किसी व्यवधान के पूरा हो जाएगा। श्री मोदी ने कोविड महामारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी सदन के नेताओं के साथ अलग से बैठक की। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, श्री प्रहलाद जोशी के अलावा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, डीएमके नेता टीआर बालू, बीजेडी नेता पिनाकी मिश्रा, टीआरएम नेता नमा नागेश्वर रॉव और शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल सहित कई सांसद मौजूद थे।