नई दिल्ली 19 जुलाई।संसद का मानसून सत्र आज हंगामे के साथ शुरू हुआ। विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।इससे पहले मंहगाई और किसानों सहित विभिन्न मुद्दों पर दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर बाद साढ़े तीन बजे शुरू होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और अन्य दलों के सदस्यों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्रलाद जोशी ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि सदन का कामकाज चलने दिया जाये। शोर-शराबा जारी रहा और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। सुबह शोर-शराबे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराने के लिए उठे। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें लगा कि संसद में उत्साह का माहौल होगा क्योंकि कई महिलाओं, अनुसूचित जाति और जन जाति के सदस्यों को मंत्री बनाया गया है।
विपक्ष के सदस्य कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग तथा तेल की कीमतों में वृद्धि के विरोध में नारे लगाते हुए सदन के बीच में आ गये। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के व्यवहार को अनुचित बताया।सदन के नेता पीयूष गोयल ने नए मंत्रियों का परिचय देने की प्रक्रिया में बाधा डालने पर विपक्ष की निंदा की।हंगामे के बीच सभापति ने विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिये।सदन ने 40 दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि भी दी। नव-निर्वाचित चार सदस्यों को शपथ भी दिलायी गई।