रायपुर, 09 अगस्त।विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास में आयोजित अर्चुअल कार्यक्रम में आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा तैयार की गई जनजातीय जीवन शैली पर आधारित मानवशास्त्री अध्ययन से संबंधित बुकलेट का विमोचन किया।
आदिम जाति अनुसंसान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा तैयार की गई इस बुकलेट में राज्य की गदवा, मुण्डा, बैगा, कमार एवं भुजिया जनजातियों के जीवन पर आधारित मानवशास्त्री अध्ययन का विस्तृत विवरण है। इस पुस्तिका में जनजातीय जीवनशैली की भौतिक संस्कृति में उनके परिधान, श्रृंगार, वेशभूषा, घरेलू-कृषि व मत्स्याखेट के उपकरण, कृषि, वनोपज, व्यवसाय आधारित आर्थिक जीवन, आवास स्वरूप, आवास की बनावट, ग्राम की बसाहट, धार्मिक जीवन से संबंधित देवी देवता, पूर्वज देव, ग्राम देव पर आधारित कर्मकाण्ड, जन्म, विवाह तथा मृत्यु से जुड़े संस्कार, गोत्र टोटम, वंश एवं परिवार आधारित सामाजिक संरचना, राजनैतिक जीवन, विभिन्न तीज त्यौहार, प्रचलित लोक परंपराएं और मान्यताएं एवं विश्वास जैसे विशिष्ट सांस्कृतिक पहलुओं का बेहतर ढंग से वर्णन किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू,प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थिति थे।