ग्लासगो 01 नवम्बर।जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन से सम्बंधित पक्षों का 26वां शिखर सम्मेलन कॉप-26 आज यहां शुरू हो गया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सम्मेलन में विश्व नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि धरती इस समय वैसी ही स्थिति में पहुंच गई है जिसका सामना काल्पनिक पात्र जेम्स बॉन्ड ने किया था। श्री जॉनसन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के रूप में विश्व विनाश के कगार पर पहुंच गया है जो इस ग्रह को नष्ट कर देगा।
विश्व नेताओं का शिखर सम्मेलन कॉप-26 कल तक चलेगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित 120 से अधिक देशों के राष्ट्र प्रमुख भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मौजूदा स्थिति का आकलन और भविष्य की राह तलाशने का अवसर है। उद्घाटन समारोह के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरेस ने कहा कि विश्व के देशों को धरती के तापमान में एक दशमलव पांच डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए कार्बन उत्सर्जन में कमी के लिए महत्वकांक्षी कार्य करने होंगे और 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 45 प्रतिशत कम करने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर कहा कि वे जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए अन्य विश्व नेताओं के साथ काम करने और इस सम्बंध में भारत के प्रयासों की जानकारी देने के लिए उत्सुक हैं। आज इस सम्मेलन के दौरान सत्र का विषय है- कार्रवाई और एकजुटता-महत्वपूर्ण दशक। श्री मोदी विश्व नेताओं के राष्ट्रीय बयान के दौरान भारत का पक्ष रखेंगे। इसके अलावा वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।