वाराणसी 14 दिसम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बनारस जैसे शहरों ने हमारी संस्कृति के बीज को संरक्षित किया है।
श्री मोदी ने आज यहां स्वरवेद महामंदिर धाम में सदगुरू सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान की 98वें वर्षगांठ समारोह के अवसर पर एक जनसभा में उन्होंने काशी की गरिमा और महत्व पर प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि हाल के वर्षों में वाराणसी विकास के पथ पर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां हर जगह बदलाव देखा जा सकता है।
उन्होने कहा कि बनारस जैसे शहरों ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी भारत की पहचान के, कला के, उद्यमिता के बीजों को सहेजकर रखा है। जहां बीज होता है, वृक्ष वहीं से विस्तार लेना शुरू करता है और इसीलिए, आज जब हम बनारस से, बनारस के विकास की बात करते हैं, तो इससे पूरे भारत के विकास का रोडमैप भी बन जाता है।
श्री मोदी ने कहा कि सदगुरू सदाफलदेव ने स्वदेशी का मंत्र दिया था।स्वाधीनता संग्राम के समय सद्गुरु ने हमें मंत्र दिया था- स्वदेशी का। आज उसी भाव में देश ने अब ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ शुरू किया है। आज देश के स्थानीय व्यापार-रोजगार को, उत्पादों को ताकत दी जा रही है। लोकल को ग्लोबल बनाया जा रहा है।
उन्होने कहा कि विश्व, जैविक खेती की ओर बढ़ रहा है।यह सही समय है कि भारत के किसान भी इसे अपनाएं। श्री मोदी ने लोगों से कुछ संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपनी बच्चियों को शिक्षित करें।
श्री मोदी ने नागरिकों से यह भी कहा कि वे नदियों और अन्य जल संसाधनों को स्वच्छ रखें। उन्होंने लोगों से लगातार स्वच्छता के लिए काम करते रहने की भी अपील की। हमारे संवाददाता ने बताया है कि श्री मोदी ने वाराणसी के दो दिन के दौरे के अंतिम दिन आज भाजपा कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की।
वाराणसी के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। कल देर रात अपने संसदीय क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ देर रात करीब 2 बजे तक नगर के भ्रमण पर रहे। इस दौरान उन्होंने बनारस रेलवे स्टेशन का जायजा लिया और काशी विश्वनाथ मंदिर भी गए।