रायपुर, 21 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं विधानसभा अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ने राज्य के स्वप्नदृष्टा, स्वतंत्रता सेनानी और कृषक नेता स्व.डॉ.खूबचंद बघेल की 22 फरवरी को पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सादर नमन किया है।
श्री बघेल ने डा.बघेल की जयन्ती की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में कहा कि डॉ. खूबचंद बघेल ने अपना पूरा जीवन समाज और किसानों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने शिक्षा, सहकारिता के क्षेत्र सहित सामाजिक आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ.बघेल न सिर्फ छत्तीसगढ़ के स्वप्न दृष्टा थे बल्कि छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के प्रतीक थे। वे चाहते थे कि छत्तीसगढिया स्वाभिमान से जिये, स्वावलंबी हो तथा जीवन के सभी क्षेत्रों में भी उनका विकास हो। वे छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के भी प्रबल पक्षधर रहे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ.महंत ने कहा कि डॉ. बघेल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी से प्रभावित थे, वे अपनी शासकीय सेवा से त्यागपत्र देकर 1930 में गांधी जी के आंदोलन में शामिल हो गये, वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, पश्चात संपूर्ण जीवन उन्होंने छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सम्मान के लिए संघर्ष किया, उनके इसी योगदान को दृष्टिगत रखते हुए, उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रथम स्वप्नदृष्टा कहा जाता है।