नई दिल्ली 29 मार्च।असम और मेघालय सरकार ने आज सीमा विवाद के समाधान के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में यहां इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।श्री शाह ने इस अवसर पर कहा कि शांतिपूर्ण और विवाद मुक्त पूर्वोत्तर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने की दिशा में यह समझौता मील का पत्थर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस समझौते से इन क्षेत्रों में रह रहे लोगों को अपार लाभ मिलेगा। इससे दोनों राज्यों में स्थायी शांति बनी रहेगी, जिससे विकास को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में उग्रवाद को समाप्त करने और स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए पिछले तीन वर्ष में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये हैं।उन्होने कहा कि..आज का दिन एक विवाद मुक्त नॉर्थ-ईस्ट के लिए ऐतिहासिक दिन है।जबसे देश में मोदी जी प्रधानमंत्री बने, तब से मोदी जी ने नॉर्थ-ईस्ट की शांति प्रक्रिया, नॉर्थ-ईस्ट के विकास, नॉर्थ-ईस्ट की समृद्धि और नॉर्थ-ईस्ट की सांस्कृतिक धरोहर के संवर्धन के लिए भी अनेक अनेकविद् प्रयास किये और आज एक और 50 साल पुराना विवाद समाप्त इस समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ ही हुआ है..।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने विवाद के तुरंत समाधान पर जोर दिया है। श्री संगमा ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मेघालय सरकार और कदम उठाएगी।असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि इन दोनों राज्य सरकारों ने विवादित स्थान के समाधान के लिए कदम उठाए हैं।उन्होने कहा कि..हमने एक-एक करके शुरू किया दोनों सरकार की ओर से ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स बने। सीमा में गया, लोगों से बातचीत किया और सेफ डिस्प्यूटेड साइट का हमने समाधान निकालने में सफल हुआ..।