मुम्बई/गुवाहाटी 25 जून।महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने एकनाथ शिन्दे गुट के 16 शिवसेना विधायकों को नोटिस जारी किया हैं। शिवसेना सांसद अरविन्द सावंत, अनिल देसाई और सुभाष देसाई ने इन विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी।
श्री जिरवाल ने इन विधायकों से सोमवार शाम साढे पांच बजे से पहले नोटिस का जवाब देने को कहा है। जवाब देने में विफल रहने पर बागी विधायकों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, असंतुष्ट विधायक दीपक केसरकर ने कहा है कि वे अजय चौधरी को सदन में समूह का नेता नियुक्त करने और नोटिस जारी करने के कदम को न्यायालय में चुनौती देंगे।श्री केसरकर ने स्पष्ट किया कि गुट का किसी अन्य दल में विलय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में डेरा डाले हुए विधायक स्थिति सामान्य होते ही मुंबई लौट आएंगे। उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे उनके नेता हैं।केसरकर ने कहा विधानसभा में शिंदे के नेतृत्व वाला गुट शिवसेना है और वे सदन के पटल पर बहुमत साबित करेंगे।
इससे पहले दिन में विद्रोही विधायकों ने श्री एकनाथ शिन्दे के नेतृत्व में गुवाहाटी में अगले दौर की बैठक की। सूत्रों ने बताया कि वे अपने गुट का किसी के साथ विलय नहीं करेंगे और बालासाहब ठाकरे की हिन्दुत्व की विचारधारा को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सूत्रों ने बताया कि शिन्दे गुट के पास दो तिहाई बहुमत है और वे अभी भी शिवसेना में है। गुट के 38 विधायकों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और पुलिस महानिदेशक को राज्य में उनके परिवारों की सुरक्षा हटाने का आरोप लगाते हुए पत्र लिखा है। इस बीच, गुवाहाटी में विद्रोही विधायकों के होटल की सुरक्षा व्यवस्था बढा दी गई है।