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छत्तीसगढ़: सूरजपुर NH43 बना मवेशियों का अड्डा, बढ़ा एक्सीडेंट का खतरा

मवेशी मालिकों की मनमानी व प्रशासन की लापरवाही से सूरजपुर जिला मुख्यालय से होकर गुजरा NH इन दिनों मवेशियों का अड्डा बन कर रह गया है. NH43 पर मवेशियों के अड्डे से न केवल राज्य सरकार के रोका-छेका अभियान की पोल खुल रही है. बल्कि गौशालाओं पर भी सवाल खड़े हो रहे है. NH मुख्य मार्ग को मवेशी अपने बैठने का स्थाई ठिकाना बना चुके है.

पशु मालिकों द्वारा अपने मवेशियों को खुले में छोड़ दिए जाने के बाद सूरजपुर नगर के मुख्य मार्ग पर मवेशियों का डेरा होने से एक ओर जहां सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. वहीं रात में चलने वाले बड़े वाहनों की चपेट में आकर मवेशियों की भी मौत हो रही है. मुख्य सड़क पर मवेशियों के बैठे रहने से यातायात व्यवस्था चौपट हो रही है. जिससे मवेशियों के लिए जिले की सड़कें इन दिनों मौतगाह साबित हो रही है.

कृषि कार्यों की वजह से बरसात होते ही खेतों में फसल का काम शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से सूरजपुर नगर के इकलौते मुख्य मार्ग समेत जिले के अन्य मुख्य मार्ग भी मवेशियों का ठिकाना बन गए है. जिला न्यायालय से लेकर कलेक्टर कार्यालय रोड तथा नया बस स्टैंड रोड पर लगभग तीन से चार किलोमीटर के मार्ग पर इन दिनों मवेशी ही बैठे रहते है. सुबह 10 बजे से 12 बजे तक शाम 4 बजे से 5 बजे तक तो मुख्य मार्ग का बेहद बुरा हाल होता है. इस मार्ग से ही जिले के बड़े जिम्मेदार अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि भी गुजरते है तथा उन्हें भी सड़क पर बैठे मवेशियों की वजह से परेशान होना पड़ता है.

बढ़ गया है एक्सीडेंट का खतरा

बरसात के मौसम में रात को स्ट्रीट लाइटें भी बंद होती हैं. वहीं लाइट न होने पर कई दो पहिया वाहन चालक, साइकिल चालक मवेशियों से टकराकर चोटिल हो रहे है. सूरजपुर नगर के बुद्धिजीवियों ने पशु मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए बताया कि पशु मालिक की क्रूरता की वजह से जानवरों को सड़कों पर छोड़ दिया जाता है. जिससे नगर की यातायात व्यवस्था चौपट हो रही है. वहीं वाहनों की चपेट में आने से पशुओं की भी मौत हो रही है. मुख्य मार्ग में पशुओं को छोड़ने वाले पशु मालिकों पर भी कार्रवाई आवश्यक है.

नगर पालिका के सीएमओ ने कहा

इस संबंध में सूरजपुर नगर पालिका के सीएमओ बसंत बुनकर का कहना है कि नगर पालिका की ओर से हर दिन कॉउ कैचर से उठाकर ले जाया जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से दूसरे जगह से फिर गाय, बैल आ जाते है. नगर पालिका टीम द्वारा रोज रात 10 बजे मवेशियों को हांककर सड़क से हटाया जाता है. नगर पालिका की ओर से इस समस्या से निपटने की कोशिश जारी है.