एक पखवाड़े के भीतर कोरिया जिले में फिर से भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए। मध्य रात्रि 12 बजकर 58 मिनट पर 4.6 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर दर्ज किया गया। यह पिछली बार की तुलना में तीव्र था। विज्ञानियों के अनुसार यह मध्यम श्रेणी का भूकंप है। इससे कच्चे और खपरैल मकानों को नुकसान पहुंचने की आशंका रहती है।
यह भी खबर सामने आ रही है कि देर रात आए भूकंप के दौरान चरचा भूमिगत खदान ने ऊपर से पत्थर गिरने के दौरान मची भगदड़ में दो श्रमिक घायल हो गए। इन्हें उपचार के लिए अपोलो अस्पताल बिलासपुर में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा कोरिया जिले में किसी तरह के बड़े नुकसान की खबर नहीं है। पखवाड़े भर के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस होने से इलाके के लोग भी चिंतित हैं।
बता दें कि 11 जुलाई की सुबह आठ बज कर 10 मिनट पर कोरिया जिला मुख्यालय के पास 4.3 रिक्टर तीव्रता वाला भूकंपीय झटका महसूस किया गया था। शुक्रवार एक बार फिर से लगभग उसी क्षेत्र में रात 12 बज कर 58 मिनट पर 11 जुलाई की तुलना में अधिक तीव्रता का भूकम्प महसूस किया गया। इसकी तीव्रता मौसम विज्ञान के भूकम्प अनुभाग द्वारा 4.6 रिक्टर मापी गई है
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार आज उत्पन्ना भूकम्पीय तरंग का एपी सेन्टर भूसतह से लगभग 16 किमी जमीन के भीतर था। आज का भूकम्प भी मध्यम श्रेणी का था जो कच्चे मकान या भूसतह पर बने कमजोर बनावट को क्षति पहुंचाने में सक्षम था। लगातार भूकंप के झटके आने के बाद भूगर्भ विज्ञानियों से घटना की जांच की मांग इलाके के लोगों ने प्रशासन से की है।
देर रात कंपन का लोगों को नहीं चला पता
देर रात 12:58 पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। मध्यरात्रि के बाद आए इस झटके को ज्यादातर लोगों ने महसूस नहीं किया, क्योंकि अधिकांश लोग गहरी नींद में थे और जो लोग नहीं सोए थे वह भी इस झटके को ज्यादा महसूस नहीं कर पाए। क्योंकि इलाका कालरी क्षेत्र का है और कई खदानों में हल्के-फुल्के झटके खुदाई के दौरान किए गए विस्फोट से आते रहते हैं। इसलिए लोगों को यह पता नहीं चल पाया कि यह भूकंप का झटका है। हालांकि सुबह इंटरनेट मीडिया और कई अन्य माध्यमों से इस बात की जानकारी सामने आने के बाद लोगों को पता चला कि देर रात आया झटका भूकंप का ही था।