रायपुर 29 मई।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह समेत कई नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
विधानसभा अध्यक्ष डा.महंत ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्री जोगी ने कुशल प्रशासकीय अधिकारी ,सांसद, राजनेता एवं छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में पूरे देश में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई थी।वे जनता से जुड़े ऐसे जमीनी नेता थे ,जिन्होंने छत्तीसगढ़ प्रदेश के निर्माण के बाद प्रदेश में किसानों एवं मजदूरों की आवाज लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा में उठाई।वे गरीबों के मसीहा थे।
डा.महंत ने कहा कि श्री जोगी की सिर्फ राजनीति ही नहीं वरन साहित्य में भी गहरी रुचि थी।वे दृढ़ इच्छाशक्ति के धनी थे।अपने राजनीतिक जीवन में आए उतार-चढ़ाव से वे कभी विचलित नहीं हुए। उनका निधन देश एवं प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।डा. महंत ने श्री जोगी के निधन पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
पूर्व मुख्यमंत्री डा.सिंह ने कहा कि श्री जोगी के निधन से उन्हे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा है।उनके साथ पारिवारिक सम्बन्ध थे,और उन्हे कलेक्टर, सांसद,विधायक,संगठन में पदाधिकारी एवं मुख्यमंत्री के रूप में देखने का मौका मिला।उन्होने जीवटता के साथ राजनीतिक सामाजिक क्षेत्र में काम किया और गरीब,अमीर सभी वर्गों में एक लोकप्रिय नेता की छवि बनाई।
डा.सिंह ने कहा कि विधानसभा में उनके विद्वतापूर्ण भाषण सुनने का लम्बा मौका मिला,तो सदन में उनकी आक्रमता भी देखा गया,लेकिन सदन में बाहर गलियारों में स्नेह पूर्ण व्यवहार भी उन्होने देखा। उन्होने कहा कि राज्य की राजनीति में उनकी कमी हमेशा महसूस की जायेंगी।उऩ्होने श्री जोगी को श्रध्दांजलि अर्पित करते हुए उनके शोक संतप्त परिवार क प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की है।