सावन के पवित्र महीना में भोले भंडारी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़कर बोल रहा है. हर सोमवार को श्रद्धालुओं का जत्था कांवड़ कंधे पर उठाये बोल बम के नारे लगाते हुए मंदिरों में पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को रायपुर के हटकेश्वर महादेव के दर्शन करने पहुंचे. उनके साथ संसदीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय भी पहुंचे.
कांवड़ यात्रा में शामिल हुए मुख्यमंत्री
सावन के पवित्र माह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी स्थित मारूति मंगलम परिसर में आयोजित भव्य कांवड़ यात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने यात्रा के शुभारंभ में मंत्रोच्चार और विधि-विधान से कांवड़ पूजा की और कांवड़ यात्रा की अगुवाई कर श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने इसके पहले मच्छी तालाब हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की मंगल कामना की.
इसके आयोजनकर्ता संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी मौके पर उपस्थित थे. पूजा अर्चना के बाद कांवड़ यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष भक्तजन भजन की धुन पर थिरकते हुए कांवड़ यात्रा महादेव घाट के हटकेश्वर मंदिर पहुंचा. जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हटकेश्वरनाथ की पूजा की अर्चना की है.
हटकेश्वर महादेव मंदिर की खासियत
खारुन नदी राजधानी रायपुर की जीवन रेखा है. शहर को पीने का पानी इसी नदी से मिलती है. इसलिए इस इलाके को महादेवघाट के रूप में प्रसिद्धि मिली है. नदी के घाट से सीढ़ियां मंदिर के प्रवेश द्वार तक बनाई गई है. महादेव के भक्त खारुन नदी में अनेक बाद मंदिर में प्रवेश करते है और चढ़ावे के लिए चावल लेकर जाते हैं. जहां कई अलग-अलग मूर्तियां हैं जहां भक्त चलाव के दाने चढ़ाते चले जाते हैं. वहीं मंदिर में 500 साल से लगातार अखंड धूनी प्रजवल्लित हो रही है. महादेव के भक्त धूनी की भभूत को प्रतिदिन माथे पर लगाने के लिए घर लेकर जाते है.