रायपुर 19 सितम्बर।अंतागढ़ प्रत्याशी खरीद-फरोख्त मामले में नामांकन वापस लेने वाले मंतूराम पवार ने आज फिर कई खुलासे करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं अजीत जोगी पर कई गंभीर आरोप लगाए।उन्हे ही नही बल्कि अन्य लोगो को रूपए का लालच देकर एवं जान से मरवाने की धमकी देकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया।
लगभग पांच वर्ष पहले हुआ यह प्रकरण पिछले सप्ताह मंतूराम के न्यायाधीश के सामने धारा 164 के तहत दिए शपथ पत्र के बाद एक बार फिर गरमा गया है।आज प्रेस क्लब में हुई उनकी प्रेस वार्ता के दौरान उस दौरान ही नाम वापस लेने वाले भीमसिंह उसेंडी, भोजराज नाथ, महादेव हिड़मी एवं शंकर लाल नेताम भी मौजूद थे।
मंतूराम ने पूर्व मुख्यमंत्री द्वय डा. सिंह एवं श्री जोगी के अलावा पूर्व विधायक अमित जोगी पर आरोप लगाया कि इन तीनों ने मिलकर ही पहले रूपयों का लालच देकर फिर जान से मरवाने की धमकी देकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें साढ़े सात करोड़ रूपयों का लालच दिया गया था लेकिन उन्हें एक रूपये भी नहीं दिया गया।
पवार के साथ आये अन्य पूर्व अभ्यर्थियों ने भी कहा कि नामांकन वापस लेने के लिए उन्हें भी भाजपा द्वारा एक-एक करोड़ रूपये का लालच दिया गया था। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि एक-एक करोड़ रूपयों में उन्हें सिर्फ 40 से 50 हजार रूपये ही मिले थे। मंतूराम सहित अन्य पूर्व अभ्यर्थियों के इस खुलासे के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री द्वय अजीत जोगी, डा.रमन सिंह एवं अमित जोगी की मुश्किलें बढ़ सकती है।