पणजी 23 नवम्बर।जानेमाने फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने आज स्वीकार किया कि फिल्मी जगत के लोगों में व्यापक आपसी मतभेद हैं।
श्री भंडारकर ने आज यहां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में कहा कि एक बार सेंसर बोर्ड से मंजूर हो जाने के बाद किसी को भी फिल्म के प्रदर्शन का विरोध नहीं करना चाहिए, क्योंकि केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड किसी फिल्म के बारे में फैसला करने के लिए सक्षम संस्था है।
फिल्म महोत्सव में दिल्ली के सक्षम ट्रस्ट ने पत्रकारों से बातचीत की जिसमें उन्होंने दृष्टि बाधित लोगों के लिए विशेष ऑडियो तकनीक को बढ़ावा देने पर जोर दिया। सक्षम ट्रस्ट की संस्थापक रम्मी सेठ ने कहा कि देश में बनने वाली सभी फिल्में स्वतरू विशेष ऑडियो तकनीक के साथ रिलीज होनी चाहिए जिससे दृष्टि बाधित लोग सिनेमा को बेहतर समझ सकें और उसका आनंद उठा सकें।
अकादमी पुरस्कार जीतने वाले साउंड डिजाइनर रेसुल पुकुट्टी ने सिनेमा में साउंड की महत्वता पर चर्चा की। महोत्सव में देश में युवा निर्माताओं पर भी चर्चा का आयोजन किया गया।