टीम इंडिया ने पिछले कुछ समय में कई प्रयोग किए हैं. कप्तान बदलने से लेकर बल्लेबाजी क्रम में बदलाव और अलग-अलग टीम कॉम्बिनेशन के साथ भारतीय टीम मैदान में उतरी है. एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) में भी टीम इंडिया के यह प्रयोग जारी रहे. टूर्नामेंट से भारत के बाहर होने की वजह भी इन प्रयोगों को माना जा रहा है. पिछले दो दिनों में कई पूर्व क्रिकेटर्स टीम इंडिया के जरूरत से ज्यादा प्रयोगों पर सवाल उठा चुके हैं. अब पूर्व क्रिकेटर और सिलेक्टर रहे दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने भी इस मामले में अपनी बात रखी है.
खलीज टाइम्स के साथ बातचीत करते हुए वेंगसरकर ने कहा है, ‘भारतीय टीम लगातार अपने प्रयोगों के साथ आगे बढ़ रही है. उन्होंने दिनेश कार्तिक को लिया लेकिन खिलाया नहीं और फिर उन्होंने टूर्नामेंट के आखिरी में अश्विन को प्लेइंग-11 में शामिल कर लिया. निश्चित तौर पर टीम प्रबंधन हर खिलाड़ी को मौका देना चाहता है ताकि अगले महीने होने वाले वर्ल्ड कप से पहले वह अपनी बेस्ट-11 खोज सकें. लेकिन एशिया कप भी एक जरूरी टूर्नामेंट था. इस तरह के बड़े टूर्नामेंट जीतने से टीम का मनोबल बढ़ता है. मैं यह भी मानता हूं कि विनिंग कॉम्बिनेशन को बनाए रखना भी जरूरी होता है. एशिया कप एक बड़ा टूर्नामेंट है. आप प्रयोग द्विपक्षीय सीरीज में भी कर सकते हैं. लेकिन इस तरह के टूर्नामेंट में आपको जीत के लिए मैदान में उतरना चाहिए. ये महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होते हैं.’
सुपर-4 राउंड में पाक और श्रीलंका से हारी थी टीम इंडिया
टीम इंडिया ने एशिया कप 2022 की शुरुआत दमदार अंदाज में की थी. टीम ने पाकिस्तान और हांगकांग को मात देकर सुपर-4 राउंड में जगह बनाई थी. लेकिन इसके बाद टीम ने अपनी प्लेइंग-11 में कई बदलाव किए. टीम कॉम्बिनेशन भी हर मैच में अलग-अलग रहा. सुपर-4 राउंड में टीम इंडिया ने पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों शिकस्त झेली और टूर्नामेंट से बाहर हो गई