उत्तरकाशी में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करना पड़ा है. इसकी वजह से चारधाम यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा हैल कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्गुगाड के पास लगातार भूस्खलन के चलते पिछले 40 घंटे से यह बंद है. वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग में फंसे चारधाम यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मार्ग में फंसे चारधाम यात्रियों का कहना है कि यहां पर खाने-पीने और रहने दिक्कतें हो रही हैं. मार्ग में फंसे यात्री रात भर आशियाने की तलाश में पुलिस की मदद मांगते रहे.
चारधाम यात्रियों का कहना है कि उनके साथ बुजुर्ग भी हैं. बुजुर्गों को दवाइयों की आवश्यकता है लेकिन मार्ग बंद होने से पिछले 3 दिनों से काफी परेशान हैं. वही हालात बिगड़ते देख 108 सेवा के स्वास्थ्यकर्मियों ने बीमार चार धाम यात्रियों का इलाज 108 एंबुलेंस में ही किया. चारधाम याती प्रशासन के रवैया से काफी नाराज बताए जा रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, यहां पर फंसे तीर्थ यात्रियों में 400 लोग राजस्थान के हैं. ये सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं. एक अधिकारी के अनुसार गंगोत्री धाम से दर्शन करके लौट रहे राजस्थान के करीब 400 तीर्थयात्री उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गबनानी के पास भूस्खलन के कारण फंस गए थे. उन्होंने बताया कि राजस्थान के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन से बात कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचवाया और उनके रहने-खाने की व्यवस्था भी करवाई.
बता दें कि उत्तरकाशी जिले में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है. इसकी वजह से कई जगहों पर भूस्खलन की भी खबरें हैं. जिले के चिन्यालीसौड़ में भारी बारिश के दौरान एक मकान ढह गया और उसके मलबे में दबकर एक महिला की मृत्यु हो गयी. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि घटना बुधवार देर रात कुमराडा गांव के मुंडारा नामे तोक में हुई जहां पत्थर से बना एक मंजिला मकान ढह गया. उन्होंने बताया कि मकान के मलबे में दबने से भट्टू देवी (60) की मृत्यु हो गयी