रायपुर 02 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने रमन सरकार पर शिक्षाकर्मियों की जायज मांगों को मानने की बजाय उनका दमन करने का आरोप लगाते हुए उनके समर्थन में 05 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ बन्द आहूत करने का ऐलान किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल एवं वरिष्ठ पार्टी नेता मोहम्मद अकबर ने आज राजधानी में 13 दिनों अपनी संविलियन सहित 9 सूत्रीय मांगो को लेकर हड़ताल पर बैठे शिक्षाकर्मियों से मुलाकात कर यह ऐलान किया।उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह द्वारा उनकी मांगो को एक सिरे से खारिज करने के पश्चात शिक्षाकर्मियों में गहरी नाराजगी है। आज वे परिवार सहित राजधानी रायपुर में एकत्रित हुये पुलिस ने गांव-गांव में पहुंच मार्ग पर उनको रोकने का प्रयास किया, महिलाओं के साथ अभद्रता की, धक्का-मुक्की और मारपीट की कई घटनायें प्रकाश में आयी है।
धरना स्थल पर महिलाओं ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के समक्ष पुलिसिया अत्याचार और धक्का-मुक्की और मारपीट करने की शिकायत की और कहा कि हमारे कई नेताओं को और शिक्षाकर्मियों को पुलिस सुबह से ही घरों से उठा लिया, आंदोलन स्थल पर पंडाल को उखाड़कर बर्खास्तगी और अनेक स्थानों पर गिरफ्तारी का महिला शिक्षाकर्मियों के साथ दुव्र्यवहार और बर्बरता से पिटाई की गयी, आंदोलन में आने वाले शिक्षकों की गाड़ियों को चेकिंग के नाम पर रास्ते में ही रोका गया। हम लोग शिक्षाकर्मी है अपराधी नहीं, यह कहकर शिक्षाकर्मियों ने कांग्रेस पार्टी से सहयोग की अपील की।
प्रदेश अध्यक्ष श्री बघेल ने राज्य सरकार के शिक्षाकर्मियों के साथ किये गये अमानवीय व्यवहार और दमनचक्र के विरोध में 05 दिसंबर को छत्तीसगढ़ महाबंद का ऐलान किया। सभी जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी एवं सभी कांग्रेसजनों को कहा है कि आंदोलनरत शिक्षाकर्मियों के आंदोलन में कांग्रेसजन हर समय संभव मदद करेंगे।