हैदराबाद में ओवैसी ने शनिवार को एक जनसंख्या नियंत्रण पर कहा कि मुसलमानों की आबादी बढ़ नहीं रही है। बेवजह टेंशन मत ले कि आबादी बढ़ रही है। आबादी गिर रही है। मुसलमानों का टोटल फर्टिलिटी रेट गिर रहा है।
जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुसलिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को एक बयान दिया है जिसमें वह कह रहे है कि मुसलमानों की आबादी बढ़ नहीं रही, बल्कि गिर रही है।
ओवैसी का यह बयान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के जनसंख्या नियंत्रण पर दिए बयान के बाद आया है। विजयदशमी के मौके पर भागवत ने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण और धर्म आधारित जनसंख्या असंतुलन ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
जनसंख्या पर ओवैसी का पूरा बयान
हैदराबाद में ओवैसी ने शनिवार को एक जनसंख्या नियंत्रण पर कहा कि मुसलमानों की आबादी बढ़ नहीं रही है। बेवजह टेंशन मत ले कि आबादी बढ़ रही है। आबादी गिर रही है। मुसलमानों का टोटल फर्टिलिटी रेट (TFR) गिर रहा है।
जनसंख्या पर ओवैसी का पूरा बयान
हैदराबाद में ओवैसी ने शनिवार को एक जनसंख्या नियंत्रण पर कहा कि मुसलमानों की आबादी बढ़ नहीं रही है। बेवजह टेंशन मत ले कि आबादी बढ़ रही है। आबादी गिर रही है। मुसलमानों का टोटल फर्टिलिटी रेट (TFR) गिर रहा है।
जनसंख्या पर ओवैसी का पूरा बयान
हैदराबाद में ओवैसी ने शनिवार को एक जनसंख्या नियंत्रण पर कहा कि मुसलमानों की आबादी बढ़ नहीं रही है। बेवजह टेंशन मत ले कि आबादी बढ़ रही है। आबादी गिर रही है। मुसलमानों का टोटल फर्टिलिटी रेट (TFR) गिर रहा है।
ओवैसी ने उठाए सवाल
उल्लेखनीय है कि गुजरात के खेड़ा में नवरात्रि के मौके पर गरबा स्थल पर पत्थरबाजियां शुरू हो गईं थी जिसमें कुछ मुसलमानों को सार्वजनिक रूप से कोड़ मारे गए थे। इस पर ओवैसी ने कहा कि उन्हें पीटा जा रहा था और दर्शक इसका आनंद ले रहे थे। उन्हें सड़कों पर लाठियों से पीटा जा रहा था।
ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि क्या यही भारत का लोकतंत्र है? क्या यही भारतीय धर्मनिरपेक्षता है? क्या यह कानून का शासन है? सड़क किनारे तो कुत्तों का भी सम्मान होता है। लेकिन एक मुसलमान का सम्मान नहीं किया गया। आरोपी के साथ कानून के मुताबिक निपटना चाहिए था।