रायपुर, 04 नवम्बर।राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन के बाद विदेशी मेहमानों का अपने देश लौटने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है।
मंगोलियन देश के नर्तक दल के 10 प्रतिभागी ‘रायपुर बाय रायपुर बाय’ और अपने टूटी फूटी जुबान में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ कहते हुए एयरपोर्ट से विदा हुए। उन्होंने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में मंगोलियन डांस ,जोरून जोरून, प्रस्तुत किया था। समूह के मुखिया इनखबोल्ड ने कहा छत्तीसगढ़ आना उनका अच्छा अनुभव रहा। मौका मिला तो दोबारा आएंगे। उन्हें पहली बार रायपुर आने का मौका मिला था वे हमेशा याद रखेंगे।
महोत्सव में शामिल हुए इंडोनेशिया के 10 प्रतिभागी आज विवेकानंद विमानतल से अपने देश के लिए रवाना हुए। टीम की सदस्य सुश्री राबिया आदिन ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ आकर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को भरपूर एंजॉय किया और यहां लोगों से मिलने का भी मौका मिला। इस महोत्सव में हमें अपने देश के आदिवासी संस्कृति को एक प्रतिष्ठित मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिला। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया और जय जोहार कहकर विदाई ली।
सभी सदस्यों ने एक सुर में लव यू छत्तीसगढ़ कहा और हाथ उठाकर अपनी भाषा में भी उपस्थित लोगों का अभिवादन किया।रायपुर एयरपोर्ट पर चर्चा के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की मेज़बानी की तारीफ़ की और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का विशेष रूप से आभार जताया।विदेशी कलाकारों ने दुबारा भी यहाँ आयोजन में शामिल होने की इच्छा जतायी।
उन्होंने कहा कि यहाँ मिला अपार स्नेह उन्हें अभिभूत कर गया। यहाँ आयोजकों की मेहमान नवाज़ी और कलाप्रेमियों से मिली सराहना को वे हमेशा याद रखेंगे।यहां आयोजित तीन दिवसीय आदिवासी नृत्य में नौ देशों के 100 प्रतिभागी हिस्सा लेने यहां पहुंचे थे।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India