अमानक साइलेंसर बुलेट वाहन में लगाकर चलने वालों के विरुद्ध पुलिस ने चलाया जांच अभियान..
तेज आवाज वाली अमानक साइलेंसर बुलेट वाहन में लगाकर चलने वालों के विरुद्ध बुधवार की रात सरगुजा पुलिस ने जांच अभियान चलाया।जांच में 34 बुलेट पकड़े गए।इनमें 30 ऐसे थे जिनमें मानक के विपरीत साइलेंसर लगा हुआ था।पुलिस ने मेकेनिक बुलवाकर अमानक साइलेंसर निकलवा दिए।बुलेट की सवारी करने वाले अधिकांश युवाओं को समझाइश दी गई कि यदि दूसरी बार अमानक साइलेंसर मिला तो सीधे जब्ती की कार्रवाई कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
अंबिकापुर शहर में बुलेट मोटरसाइकिल में अमानक साइलेंसर लगाकर घूमने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहरवासियों द्वारा बार- बार पुलिस से शिकायतें भी मिल रही थी। बुलेट मोटरसाइकिल चलाने वाले युवाओं द्वारा अमानक साइलेंसर लगाकर तेज गति से शहर की अंदरूनी सड़कों पर भी वाहन दौड़ाया जाता था।कई साइलेंसर से गोली चलने और पटाखा फूटने की आवाज भी आती थी। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने कार्यवाही के निर्देश दिए थे।बुधवार की रात डीएसपी डा प्रशांत देवांगन के नेतृत्व में पुलिस की अलग-अलग टीमों को घड़ी चौक,गांधी चौक,चौपाटी मार्ग,आकाशवाणी चौक पर तैनात किया गया था।
यातायात पुलिस व कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में कुल 34 बुलेट मोटरसाइकिल को जप्त किया गया।इनमें लगे साइलेंसर की जांच के लिए पुलिस ने मेकेनिक भी बुला रखा था।जांच में पता चला कि 30 बुलेट में लगे साइलेंसर मानक के विपरीत तेज आवाज वाले हैं। मौके पर ही पुलिस ने इन वाहनों में लगे साइलेंसर को निकलवा दिया। अमानक साइलेंसर को पुलिस द्वारा निकालकर कर जब्त कर लिया गया है। आगे ऐसा न करने की समझाइश देते हुए बुलेट मोटरसाइकिल चालकों को भविष्य में गलती पर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करने चेतावनी दी गई।
पुलिस की कार्यवाही के दौरान कुछ युवाओं ने आपत्ति विकी जिन्हें पुलिस ने सख्त चेतावनी देते हुए वैधानिक कार्यवाही का भी डर दिखाया बता दें कि शहर में कुछ युवाओं का समूह रात के समय बुलेट वाहन से ही निकलता है तेज आवाज वाले बुलेट वाहन से अगल-बगल चलने वाले लोग भी परेशान होते हैं।तेज गति से भी वाहनों को दौड़ाया जाता है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में भी कार्यवाही की गई थी लेकिन व्यवस्था बनाने में सहयोग नहीं मिलने के कारण सख्ती बरती गई है। यह जांच आगे भी जारी रहेगी। यदि युवाओं ने सहयोग नहीं किया तो उनके खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही कर प्रकरण न्यायालय में पेश किया जाएगा।