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शिक्षा से अन्याय के खिलाफ लड़ने और आगे बढ़ने की प्रेरणा- भूपेश

जांजगीर 24 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शिक्षा ही वह ज्योति और प्रकाश है जिसके माध्यम से अन्याय के खिलाफ लड़ने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।

     श्री बघेल ने आज जिले के सिवनी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विराट सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ़ की पहचान बदल रही है।सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक सहित अन्य क्षेत्रों में भी परिवर्तन के साथ राज्य का विकास हो रहा है।

     उन्होने कहा कि आजादी से पहले अशिक्षा और कुरीतियों ने समाज को शिक्षा से वंचित किया तो समाज के महापुरुषों ने आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर शिक्षित बनाने में योगदान दिया। समाज आज उन महापुरुषों व पूर्वजों के योगदान को याद कर आगे बढ़ रही है यह बहुत खुशी की बात है। श्री बघेल ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने संदेश दिया था कि शिक्षित बनो, संगठित रहो, सघंर्ष करो। इसके साथ ही बुद्ध के करुणा, मैत्री और प्रज्ञा पर भी जोर दिया। हमारी सरकार भी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की दिशा में काम कर रही है।

     श्री बघेल ने कहा कि नक्सल क्षेत्रों के स्कूलों को सँवारा जा रहा है। शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। शिक्षा के मंदिर को बेहतर बनाने के लिए राज्य के बजट में एक हजार करोड़ रुपये का प्रावधान भी रखा गया है। जहां एक ओर सर्वसुविधायुक्त स्वामी आत्मानन्द स्कूल खोलकर अंग्रेजी व हिंदी में गुणवत्तापूर्ण  शिक्षा दी जा रही है, दो नए यूनिवर्सिटी खोले गए हैं, वहीं दूसरी ओर हम रोजगार मूलक शिक्षा व्यवस्था पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी को दूर करने चार नए मेडिकल कॉलेज भी खोले गए हैं। जांजगीर में जल्दी ही मेडिकल कालेज खुलेगा।