मोतिहारी में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर भविष्यवाणी की है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार यात्रा करेंगे तो उस यात्रा में सारे सरकारी अमला और सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद अप्रिय घटना देखने-सुनने को मिलेगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आपलोग इस बात को एडवांस में लिख कर रख लीजिए। प्रशांत किशोर ने तर्क देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से हुए मौतों का जिस प्रकार से माखौल उड़ाया है, उसको लेकर जनता के अंदर उनके खिलाफ रोष है। पीके ने आगे कहा कि मैं आज राजनीतिक विश्लेषक होने के नाते यह कह रहा हूं कि जेडीयू डूबती हुई नाव है। जो हालात 2002 में आरजेडी के खिलाफ था, वही हालत आज जदयू के खिलाफ है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरे विरोधी बार-बार सवाल कर रहे हैं कि मैं इस पदयात्रा में हो रहा खर्च कहां से ला रहा हूं? तो मैं बता दूं कि मैंने अपने जीवन में जिन छह राज्यों में मुख्यमंत्री बनाने में कंधा लगाया है, परिश्रम किया है, वो लोग मेरी मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पत्रकार साथियों के माध्यम से पूछता हूं कि क्या आपने कभी तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार से सवाल किया है कि बिहार में वो किन लोगों से पैसा लेकर अपनी इतनी बड़ी पार्टी चला रहे हैं। आप जब राजद के नेता से मिलेंगे तो एक बार जरूर पूछियेगा कि तेजस्वी यादव जो बर्थडे अपना चार्टर्ड प्लेन में मनाते हैं, वो पैसा कहां से आता है? जो लोग और जिनके नेता भ्रष्टाचार के केस में सजायाफ्ता हैं, वो सवाल आज मुझसे कर रहे हैं।
मोतिहारी में जन सुराज पदयात्रा का जिला सम्मेलन
प्रशांत किशोर ने कहा कि आगामी 8 जनवरी को मोतिहारी में जन सुराज पदयात्रा का जिला सम्मेलन है। इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे और इसके संस्थापक सदस्य बनेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग जन सुराज से जुड़ना चाहते हैं और इसके संस्थापक सदस्य बनना चाहते हैं, वे इस सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं।
5 जनवरी से नीतीश की यात्रा
आपको बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पांच जनवरी से बिहार की यात्रा पर निकल रहे हैं। इसकी शुरुआत चंपारण से शुरू हो रही है। अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सरकार की ओर से चलाए जा रहे विकास कार्यों का जायजा लेंगे और इसकी जमीनी हकीकत जानेंगे। मुख्यमंत्री इसके पहले भी बिहार की यात्रा करते रहे हैं और जनता से मिलकर उनकी समस्या को सुना है और इसी आधार पर कई फैसले भी लिए हैं। इस बार भी नीतीश जी जनता के बीच जा रहे हैं तो हर जिले में जनता दरबार भी लगेगा। इस क्रम में लोग अपनी समस्याओं को सीधे मुख्यमंत्री को बता पाएंगे। इस दौरान कई विभागों के अधिकारी और प्रभारी मंत्री भी मौजूद रहेंगे जिससे फैसला तुरंत लेने में मदद मिलेगी।