नई दिल्ली 28 दिसम्बर।विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद में कुलभूषण जाधव और उनकी मां तथा पत्नी के बीच मुलाकात के दौरान आपत्तिजनक व्यवहार करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की है।
श्रीमती स्वराज ने सोमवार को हुई इस मुलाकात को लेकर आज संसद के दोनों सदनों में एक जैसे बयान में कहा कि दोनों देशों के बीच स्पष्ट सहमति के बावजूद पाकिस्तान ने श्री जाधव के परिवार के सदस्यों से अपने देश की मीडिया को सवाल पूछने की अनुमति दी। विदेशमंत्री ने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया ने आक्रामक भाषा में बात करके परिवार के सदस्यों को परेशान भी किया।
उन्होने कहा कि..हमारे बीच यह स्पष्ट समझौता था कि मीडिया को श्री जाधव की मां और पत्नी के नजदीक आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लेकिन पाकिस्तानी प्रेस को न केवल परिवार के समीप आने का मौका दिया गया, बल्कि उन्हें तरह-तरह के अपशब्दों से संबोधित करके परेशान भी किया गया। उन पर झूठे आरोप लगाए गए, उन्हें ताने उल्हाने दिए गए और उनके सामने श्री जाधव को जबरन आरोपी सिद्ध करने का कुप्रयास किया गया..।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि बैठक के बाद श्री जाधव के परिवार और साथ आए हुए भारतीय राजनयिक की कार के रवाना होने में देरी की गई, ताकि मीडिया को उन्हें परेशान करने का एक और मौका मिल जाए।विदेशमंत्री ने कहा कि यह बैठक एक कदम आगे बढ़ने की दिशा ले सकती थी, लेकिन यह बड़ी चिंता का विषय है कि बैठक आयोजित करने के बारे में दोनों देशों के बीच परस्पर सहमति का रास्ता छोड़ दिया गया।
उन्होने कहा कि यह भेंट आगे की दिशा में बढ़ने वाला एक कदम साबित हो सकती है। लेकिन अत्यंत खेद का विषय है कि हमारे दोनों देशों के बीच बनी सहमति से हटकर इस मुलाकात का आयोजन किया गया है। 22 महीने बाद एक मां की अपने बेटे से और एक पत्नी के अपने पति से होने वाली भावभरी भेंट को पाकिस्तान ने एक प्रोपोगंडा के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया।
श्रीमती स्वराज ने श्री जाधव के परिवार के सदस्यों को अपनी मातृभाषा में बोलने की अनुमति न देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की। श्रीमती स्वराज ने कहा कि उन्हें जानकारी दी गई कि श्री जाधव की पत्नी को बैठक के पहले अपनी बिंदी और मंगलसूत्र हटाने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में सुरक्षा के बहाने परिवार के सदस्यों को अपने कपड़े बदलने के लिए भी विवश किया। उन्होंने श्री जाधव की पत्नी के जूते न लौटाने के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान सरकार निराधार आरोप लगा रही है कि जूतों में कुछ छिपाकर रखा गया था। श्रीमती स्वराज के अनुसार परिवार के सदस्यों ने बताया कि श्री जाधव तनाव में थे।श्रीमती स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान के अधिकारियों को कोई भी शरारतपूर्ण रवैय्या अपनाने के खिलाफ कल चेतावनी दी गई ।
सभी राजनीतिक पार्टियों के सदस्यों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कुलभूषण जाधव की मां तथा पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार करने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों की निंदा की। विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के राज्यसभा में दिए गए वक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार से श्री जाधव की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
पाकिस्तान सरकार को यह आश्वासन दिलाना होगा, भारत की सरकार को और भारत की एक सौ तीस करोड़ जनता को, कि कुलभूषण जाधव, जब तक कि उनकी हिरासत में हैं, तब तक वह सुरक्षित रहना चाहिए और उसकी सुरक्षा की जिम्मेवारी पाकिस्तान की सरकार को लेनी चाहिए।