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पीडीएस दुकानों से खाद्यान्न की अफरातफरी को लेकर सदन में तीखी नोकझोक

रायपुर 17 मार्च।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने पीडीएस दुकानों से 41 हजार टन खाद्यान्न गायब होने की स्वीकरोक्ति करते हुए इस मामले की जांच आगामी 24 मार्च तक पूरी हो जाने की घोषणा की।

श्री भगत ने प्रश्नोत्तरकाल में वरिष्ठ भाजपा सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि गत सितम्बर माह में 13392 राशन दुकानों के स्टाक का सत्यापन करवाया गया,जिसमें 4952 दुकानों में 41 हजार टन राशन की कमी पाई गई। उन्होने बताया कि इस मामले में अब तक 13 प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है और 19 प्रकरणों में खाद्यान्न की राशि वसूल की गई है। श्री भगत ने बताया कि 161 राशन दुकाने निलम्बित की गई है।

डा.सिंह ने आरोप लगाया कि 600 करोड़ रूपए का यह घोटाला है। उन्होने कहा कि यह मामला गंभीर है और इसकी जांच सदन की समिति से करवाई जानी चाहिए। मंत्री श्री भगत ने कहा कि वितरण व्यवस्था में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल की कमियों की वजह से यह हुआ है। भाजपा के सदस्य अजय चन्द्राकर ने कहा कि किसी के समय का हो,जांच होनी चाहिए। उन्होने कहा कि सदन की समिति से मामले की जांच करवाई जानी चाहिए।

मंत्री भगत ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले में आरोपियों को कतई नही छोड़ेगी। मामले की जांच 24 मार्च तक पूरा करने के निर्देश उन्होने दिए है,और जांच रिपोर्ट मिलते ही दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। भाजपा सदस्यों के साथ ही जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि मामले की जांच सदन की समिति से करवानी जानी चाहिए। उन्होने ध्यक्ष डा.चरणदास महंत से अनुरोध किया कि वह अपने अधिकार का उपयोग करते हुए सदन की समिति से जांच की घोषणा करें।

दोनो पक्षों के सदस्यों में नोकझोक भी शुरू हो गई,जिस पर अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही जब फिर शुरू हुई तो भाजपा सदस्य सदन की समिति से जांच की मांग करने लगे,और सत्ता पक्ष एवं उनके बीच फिर नोकझोक शुरू हो गयी,जिस पर अध्यक्ष ने कार्यवाही प्रश्नकाल तक के लिए स्थगित कर दी।