नई दिल्ली 11 अप्रैल।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश की सेनाएं सीमा पर अपनी ड्यूटी के अलावा हर स्थिति का मुकाबला करने में सक्षम हैं।
श्री सिंह आज यहां आयोजित केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की बैठक में सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल अपनी प्रतिबद्धता और अनुशासन के लिए दुनिया में सबसे अच्छा उदाहरण है।उन्होंने कोविड के दौरान समाज की सेवा करने के पूर्व सैनिकों के निस्वार्थ प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये पूर्व सैनिक देश में किसी भी आपदा से लड़ने में अपना योगदान देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि पूर्व सैनिक राष्ट्रीय संपत्ति हैं और देश को उन पर गर्व है।
उन्होने कहा कि जब हमारा देश कोविड के संकट से गुजर रहा था तो सेनाएं देश-विदेश में सहायता के लिए जुटी थीं। राज्य सैनिक बोर्ड जो हमारे वेटरन्स भी बड़ी संख्या में दवाइयों, वेन्टीलेटर, ऑक्सीजन और अन्य प्रकार की राहत सामग्री के साथ देश के कोने-कोने में अपनी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहे थे। यह कोई छोटी बात नहीं थी और मुझे बहुत अच्छा लगा था जब मुझे इसके बारे में जानकारी दी गई थी।
रक्षा मंत्री ने बताया कि कुछ राज्यों ने पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार सृजित करने के लिए नई पहल की है, हालांकि इसमें अभी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा 34 लाख सैनिकों की संख्या में हर साल करीब 60 हजार जवानों को जोड़ा जाता है। इसलिए, इन पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों की देखभाल करना सरकार की एक बड़ी जिम्मेदारी है।
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